पंजाब और दिल्ली सरकार के नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट पर अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल भड़क उठे। उन्होंने सीएम भगवंत मान से पूछा कि क्या अरविंद केजरीवाल कनॉट प्लेस में धान उगाएंगे? दरअसल, मान ने कहा था कि पंजाब शिक्षा और सेहत सीखेगा तो दिल्ली को खेती सिखाएंगे। सुखबीर ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम मान सरकार को 100 दिन या 6 महीने देने के बारे में सोच रहे थे।
अब उन्होंने हिस्टोरिक ब्लंडर किया है। पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा है। हम पहले से कह कह रहे थे कि केजरीवाल पंजाब का सीएम बनना चाहते हैं। इसीलिए पंजाब चुनाव में अपने नाम पर मौका मांगा। हालांकि जब लोगों ने केजरीवाल को लेकर रिएक्ट किया तो भगवंत मान को आगे कर दिया।
केजरीवाल सिर्फ नाम के CM, फैसले केंद्र सरकार लेती है सुखबीर बादल ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सिर्फ नाम के सीएम हैं। उनकी हैसियत निगम के मेयर जैसी है। वहां सारे फैसले केंद्र सरकार लेती है। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद से ही केजरीवाल पंजाब को कंट्रोल करने में लगे हुए हैं। अफसरों की तैनाती के फैसले भी केजरीवाल ने लिए। गवर्नर के बुलाने पर चीफ सेक्रेटरी ने लिखा कि मैं नहीं आ सकता। मुझे दिल्ली में चीफ मिनिस्टर केजरीवाल ने बुलाया है।
आज से केजरीवाल बने पंजाब के CM, जब मर्जी अफसर-मंत्री को बुला सकते हैं सुखबीर ने कहा कि आज के बाद पंजाब का CM भगवंत मान नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल बन गया है। दिल्ली का CM जब मर्जी किसी अफसर को बुला सकता है, जो मर्जी आदेश देकर लागू करवा सकता है। हर राज्य के अपने सीक्रेट होते हैं। पहली बार देख रहा हूं कि दूसरा सीएम किसी राज्य को टेकओवर कर रहा है।
हमारे मैरिटोरियस मॉडल को कॉपी किया सुखबीर ने कहा कि दिल्ली में जिस एजुकेशन मॉडल की बात हो रही है, उसकी सच्चाई यह है कि दिल्ली के 1027 स्कूलों में सिर्फ 203 में प्रिंसिपल की तैनाती है। केंद्र सरकार की एजुकेशन रैंकिंग में दिल्ली 32वें नंबर पर है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने खुद कहा कि उन्होंने पंजाब के मैरिटोरियस स्कूल का मॉडल कॉपी किया है। यह स्कूल प्रकाश सिंह बादल ने बनाए हैं।
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