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मंकी पॉक्स का तीसरा मामला आने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट!


दिल्ली में मंकी पॉक्स का तीसरा मामला सामने आने के बाद से फरीदाबाद में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर है। क्योंकि औद्योगिक शहर फरीदाबाद में प्रतिदिन हजारों लोगों नौकरी के काम से दिल्ली से अपडाउन करते हैं ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी शहरवासियों को सावधानी बरतने की हिदायत जारी की है। सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता कहते हैं कि हम हर बीमारी का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग हर तरह की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं इसलिए हमें किसी भी बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है। सब रखनी है तो केवल सावधानी। वहीं दूसरी ओर ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है। विदेशों से यहां इलाज कराने आने वालों पर विशेष नजर रखने और यदि किसी में मंकी पॉक्स के लक्षण नजर आए तो स्वास्थ्य विभाग को तत्काल जानकारी शेयर करने के लिए कहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को अफ्रीकी नागरिक में मंकी पॉक्स की पुष्टि हुई है। संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार और त्वचा पर जख्म की शिकायत के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हालांकि संक्रमित की हालत फि लहाल स्थिर है। दिल्ली में मंकी पॉक्स का यह तीसरा मामला है।

एनआईटी तीन स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के वरिष्ठ फि जिशियन डॉ प्रवीन मलिक ने बताया कि ऐहतियात के तौर पर मंकी पॉक्स मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। हालांकि अभी फरीदाबाद में कोई मरीज नहीं मिला है। वहीं उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रामभगत ने कहा कि यहां के निजी अस्पतालों में विदेशों से मरीज इलाज कराने आते हैं। ऐसे में सभी निजी अस्पतालों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता ने कहा कि मंकी पॉक्स को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं है। यह कोरोना जैसे खतरनाक नहीं है। करीब 45 साल पहले लोगों को स्मॉल पॉक्स के टीके लगा करते थे। ऐसे में 45 साल से ऊपर वालों को कोई खतरा नहीं है।


मंकी पॉक्स से बचाव के उपाय मंकी पॉक्स वायरस से बचाव के लिए ये तरीके बताए हैं, बुखार या फ्लू के लक्षण वाले व्यक्ति के संपर्क में न आएं, अगर परिवार में किसी व्यक्ति को फ्लू जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो उसको तुरत डॉक्टरों के पास लेकर जाएं, घर में साफ सफ ाई का ध्यान रखें, बीमारी जानवर के संपर्क में न आए, जंगल सफारी पर न जाएं, हाथ धोकर भोजन करें।

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