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श्री गौशाला का रिकार्ड खुर्द-बुर्द करने का अंदेशा, एसडीएम को सौंपा मांगपत्र


डबवाली।

श्री गौशाला रजि. मंडी डबवाली के हुए प्रधान पद के चुनाव में उस समय नया मौड़ आ गया। जब गोवर्धन दास गोयल ने उपमंडल अधिकारी ना. डबवाली अभय सिंह जांगड़ा को एक लिखित मांग पत्र सौंपा कर कहा कि उन्होंने अंदेशा है कि कमलेश गोयल व उसके साथी श्री गौशाला का रिकार्ड को खुर्द-बुर्द या अपने हक में कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गौशाला के कार्रवाई रजिस्टर में भी छेड़छाड़ की जा सकती है। कमलेश गोयल व उसके साथी खुद के हित में एजेंडा भी डाल सकते हैं, क्योंकि कमलेश गोयल अपने पहले कार्यकाल में भी श्री गौशाला रजि. मंडी डबवाली की जमीन बेचने के मामले में नियम व कायदे कानून तोड़ चुके हैं। जिसका रिकार्ड उपमंडल अधिकारी ना. डबवाली के कार्यालय में देखा जा सकता है। अंदेशे को उस समय बल मिला जब गौशाला के मैनेजर प्रदीप कुमार घर-घर और दुकान-दुकान जाकर सदस्यों से कार्रवाई रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवा रहे हैं। जो नैतिक व कानूनी तौर पर पूरी तरह से गलत है। उन्होंने एसडीएम डबवाली से निवेदन करते हुए कहा कि श्री गौशाला के पास करोड़ों रुपये की भूमि है एवं सरकार से अनुदान व लोगों से चंदा प्राप्त होता है।

इसलिए इसका रिकार्ड व संविधान को सुरक्षित रखना बेहद जरुरी है। इसलिए रिकार्ड को कब्जे में लिया जाए और आरोपीगण को निर्देश दिया जाए कि वह रिकार्ड का दुरप्रयोग न करें। उन्होंने कहा कि सारे घटनाक्रम से गौभक्तों की भावना आहत हो रही है और गौशाला को नुक्सान हो रहा है। इसके अलावा कमलेश गोयल द्वारा दिए गए ब्यान के जवाब में कहा कि उन्होंने उसी लेबर को हटाया था जो संस्था व गौहित में कार्य नहीं कर रही थी। जो जहां तक मृत पशुओं को उठाने में संदेह की बात है तो इसकी जिम्मेवारी सचिव पवन गार्गी की थी, यदि कोई मृत पशुओं को उठाने में कोई संदेह है तो उसकी जिम्मेवारी सचिव पवन गार्गी की है और पवन गार्गी अपने स्वार्थ के चलते लेबर एवं संस्था सदस्यों में दलबंदी को बढ़ावा देता था, जिसके बारे में मैंने कार्यकारिणी सदस्यों को समय-समय पर अवगत भी करवाता रहा।

कमलेश गोयल ने प्रधानगी की चाह में खुद की कमियों को छुपा कर मेरे ऊपर झूठे व बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कमलेश गोयल को इससे पहले भी अपनी संदिग्ध कार्यप्रणाली के कारण प्रधान का पद छोडऩा पड़ा था, लेकिन कुछ सदस्यों की मिलीभगत करके दौबारा से अपने आप को प्रधान घोषित कर लिया। गोवर्धन दास गोयल ने कहा कि यदि जरुरत पड़ी तो वह गौहित में अदालत का दरवाजा भी खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे। गोवर्धन दास गोयल ने बताया कि एसडीएम डबवाली अभय सिंह जांगड़ा ने उन्हें आश्वासन दिया कि गौशाला के हित में उचित कार्रवाई की जाएगी। जिसके लिए कमलेश गोयल व पवन गार्गी को रिकार्ड सहित अपने कार्यालय में पेश होने के आदेश दिए हैं।


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